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Betul Ki Khabar:(बैतूल)। अटल सेना एमडीएम रसोईया संघ द्वारा जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इस संबंध में संगठन के प्रांताध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चौहान (केन्डु बाबा) ने बताया कि संगठन अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर विगत कई समय से संघर्ष कर रहा है। उन्होने कहा कि हमारी मांगों के प्रति शासन उदासीन नजर आ रहा है। शासन एक ओर जहां लाड़ली बहना जैसी योजनाएं ला रहा है वहीं एमडीएम, आंगनवाड़ी, रसोईयों का आर्थिक शोषण कर रहा है।
श्री चौहान ने कहा कि एमडीएम लाडली बहना रसोइयों का मानदेय, आंगनवाड़ी लाडली बहना रसोइयों का मानदेय एवं समूह अग्रिम खाद्यान्न अग्रिम दिया जाए। इस अवसर पर प्रमुख रूप से संतोष गुप्ता, गीता आवरे, रितु आरवे, ममता राठौर, कांति इब्ने, उषा राव, नर्मदा शेषकर, सरिता पाल, सीमा विश्वकर्मा, लता विश्वकर्मा, संदीप गुप्ता, श्रेयांश चौहान, किट्टु आदर्श अग्निहोत्री, संतोष साहू आदि उपस्थित थे।
यह थी मांगे
संगठन ने जिला प्रशासन के समक्ष अपनी सात सूत्रीय मांगे रखी जिसमें ईपीएस शाला में मार्च 2022 से सितंबर 2022 तक की राशि अप्राप्त है,ईपीएसमार्च 2022 से अक्टूबर 2022 तक खाद्यान्न आप्राप्त है, ईपीएस शाला में दिसंबर 2021 से जुलाई 2022 तक रसोइयों का मानदेय प्राप्त है, माह से एमडीएम रसोइयों को मानदेय नहीं मिल पाया तीज त्यौहार निकले जा रहे हैं। समूह कर्ज में डूब कर भी अपनी जवाबदारी का निर्वाह कर रहा है कैसे कर रहा होगा यह तो भगवान ही जानता है, 5 माह से आंगनवाड़ी रसोइयों का मानदेय भी नहीं मिल पाया, 5 माह पूर्व ज्ञापन के माध्यम से शासन और प्रशासन को मानदेय और खाद्यान्न के संबंध में अवगत कराया गया था कि ईपीएस शाला में एक 1 वर्ष से अधिक हो गया है।
जिन्हें खाद्यान्न मानदेय समूह की राशि अप्राप्त है। अधिकारियों द्वारा कहा गया कि 100 प्रतिशत पैसा डल गया है। हमारा आपसे निवेदन है इनका पैसा क्यों नहीं डाल पा रहा है क्या कारण है लाडली बहना को भी मालूम होना, घोड़ाडोंगरी पंचायत के छतरपुर ग्राम की प्राथमिक शाला उमरीढ़ाना में स्कूल में भोजन करने से बच्चे बीमार हो गए उस भोजन का सैंपल टेस्ट के लिए गया है और उस सरस्वती सहायता समूह को स्कूल में खाना बनाने से रोक दिया है। यह समूह 10 वर्षों से स्कूल में सेवा दे रहा है जांच का कोई रिजल्ट नहीं आता तब तक उस समूह को स्कूल में सेवा देने से रोका नहीं जाए।