Betul News: रावे कार्यक्रम का समापन

रावे कार्यक्रम का समापन

बैतूल- कृषि विज्ञान केन्द्र बैतूल बाजार में 29 नवंबर मंगलवार को ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव (रावे) कार्यक्रम का समापन हुआ। इस कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय गंजबासौदा कृषि स्नातक अंतिम वर्ष की 26 छात्राएं एक सत्र के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र बैतूलबाजार के मार्गदर्शन में जिले के कृषकों के साथ मिलकर कृषि की विभिन्न तकनीकी गतिविधियों को कृषक प्रक्षेत्र पर सम्पन्न कर रही थी।

इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य ग्रामीण परिवेश में कृषि की विभिन्न विधाओं को सीखना एवं कृषकों को नवीनतम प्रौद्योगिकी से अवगत कराना है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली द्वारा कृषि स्नातक हेतु यह कोर्स अनिवार्य रूप से कराना होता है।

इस कार्यक्रम में जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डॉ. पीके मिश्रा, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. डी. खरे, संचालक विस्तार सेवाएं डॉ. डीपी शर्मा, संचालक शिक्षण डॉ. अभिषेक शुक्ला, रावे समन्वयक डॉ. डी. जायसवाल, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय गंजबासौदा, अधिष्ठाता उद्यानिकी महाविद्यालय, छिंदवाड़ा आदि आभासी रूप से कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।

कार्यक्रम के आरंभ में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. व्हीके वर्मा ने रावे कार्यक्रम की आवश्यकता बताते हुए रावे छात्राओं द्वारा किए गए कार्यों की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की। रावे छात्राओं ने अपने प्रस्तुतिकरण में संपूर्ण कार्यानुभव कार्यक्रम में किए हुए कार्यों को विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में सम्मिलित संचालक विस्तार सेवाएं डॉ. शर्मा ने अपने उद्बोधन में रावे छात्राओं का मनोबल बढ़ाते हुए उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। साथ ही अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. खरे ने रावे कार्यक्रम में वांछित सुधार कर इसे राष्ट्रीय स्तर तक ले जाने की बात कही।

कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन केन्द्र की शस्य वैज्ञानिक डॉ. मेघा दुबे द्वारा किया गया। कृषि वैज्ञानिक आर.डी. बारपेटे, डॉ. एस.एस. गौतम, डॉ. संजय जैन, डॉ. एम.पी. इंगले आदि का इस कार्यक्रम के आयोजन में विशेष सहयोग रहा।