Chhindwara University : बीएससी तृतीय वर्ष के घोषित परिणाम में भयंकर त्रुटी, किसी को शून्य तो किसी को एक नंबर मिला

  • विद्यार्थियों ने चार दिन में पुनः परिणाम घोषित नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी

  • एनएसयूआई के नेतृत्व में कुलपति के नाम प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन

Chhindwara University : बीएससी तृतीय वर्ष के घोषित परिणाम में भयंकर त्रुटी, किसी को शुन्य तो किसी को एक नंबर मिला

Chhindwara University : (बैतूल)। बीएससी तृतीय वर्ष के घोषित परीक्षा परिणाम में भयंकर त्रुटि होने का आरोप लगाते हुए विद्यार्थियों ने एनएसयूआई के नेतृत्व में यूनिवर्सिटी का घेराव कर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा के कुलपति के नाम प्राचार्य जेएच कॉलेज को ज्ञापन सौंपकर विद्यार्थियों ने 4 दिनों के भीतर पुनः परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग की है। विद्यार्थियों का कहना है कि यूनिवर्सिटी की गलती के कारण वह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे।

प्राचार्य को सौंपे ज्ञापन में विद्यार्थियों ने बताया कि (Chhindwara University)

समस्त बीएससी समूह तृतीय वर्ष के नियमित छात्र-छात्राओं ने जयंती हक्सर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीएससी तृतीय वर्ष की परीक्षा दी थी, जिसका परिणाम 14 अगस्त को घोषित हुआ। घोषित परिणाम से सभी छात्र-छात्राएं असंतुष्ट है। छात्र-छात्राओं का कहना है कि समस्त बीएससी तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों के परिणाम में उन्हें 0 सहित 1, 2, 3 जैसे अंक दिए गए हैं।

Chhindwara University: बीएससी तृतीय वर्ष के घोषित परिणाम में भयंकर त्रुटी, किसी को शुन्य तो किसी को एक नंबर मिला

घोषित परीक्षा परिणाम में यूनिवर्सिटी द्वारा भयंकर त्रुटि की गई है क्योंकि प्रत्येक प्रश्न पत्र में पांच अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न होते हैं जिसमें चार या पांच वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का उत्तर सही है। विद्यार्थियों का कहना है कि बहुत से छात्रों ने पीजी कक्षाओं में अस्थाई प्रवेश ले लिए है या बीएससी के बाद अन्य किसी भी संस्था में प्रवेश लिया जाना है। परीक्षा परिणाम त्रुटि पूर्ण आने के कारण भी प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं।

प्रतियोगी परीक्षाओं में स्नातक की डिग्री मांगी जाती है परंतु उनके परिणामों के कारण वे अब परेशानी में पड़ गए हैं। छात्र-छात्राओं ने उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लेकर परीक्षा परिणाम में चार दिनों के भीतर सुधार कर परिणाम शीघ्र अति शीघ्र घोषित करने की मांग की है। सुनवाई नहीं होने पर छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय जाकर उग्र आंदोलन तथा कुलपति का घेराव करने की चेतावनी दी।

ज्ञापन सौंपने वालों में एनएसयूआई जिला प्रवक्ता नितिन बिस्वास, एनएसयूआई जिला महासचिव रामकुमार नागवंशी, एनएसयूआई जिला सचिव आकाश कुबड़े एनएसयूआई सचिव कुणाल पिपरदे, एनएसयूआई कार्यकर्ता पंकज नागवंशी, सेंटी वाघमारे, पल्लवी बर्थे, निधि धोटे, दीक्षा तायवाड़े एवं समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।