Betul Train Accident: पत्नी से विवाद के बाद युवक ने ट्रेन के सामने लगाई छलांग, मौके पर हुई मौत

Betul Train Accident: पत्नी से विवाद के बाद युवक ने ट्रेन के सामने लगाई छलांग, मौके पर हुई मौत

Betul Train Accident: पत्नी से विवाद होने के बाद बैतूल शहर के सदर इलाके में शुक्रवार शाम एक युवक ने ट्रेन के सामने छलांग लगा दी. युवक की ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर मौत हो गई. युवक चिचोली का रहने वाला बताया जा रहा है. वह पत्नी से विवाद के बाद बैतूल आया था और ट्रेन के आगे कूद कर उसने अपनी जान दे दी.

चिचोली के पास मंडई का रहने वाला शिवदयाल पिता भोजलु (30) ने शुक्रवार रात बैतूल से इटारसी की ओर जा रही एक मालगाड़ी के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली. वह दोपहर में घर से गुस्से से निकला था. युवक भोपाल में एक दैनिक अखबार की प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था. पिछले तीन साल से वह गांव में रह रहा था.

घटना की जानकारी मिलने के बाद पूरा गांव जिला अस्पताल में इकट्ठा हो गया. भोपाल की ओर यात्रा बीच में ही छोड़कर बैतूल पहुंचे भाजपा नेता विशाल सिंह ठाकुर ने बताया कि युवक शिवदयाल बेहद होनहार युवक था. कल (शुक्रवार को) उसका पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. जिसके बाद वह बाइक लेकर घर से निकल पड़ा. निकलते निकलते उसने दोस्तों को फोन लगाकर कहा कि मां का ख्याल रखना.

उसकी इस बात से दोस्तों को शक हुआ तो 10-15 बाइक सवार उसे ढूंढने निकले. युवक की बाइक चिचोली में खड़ी मिली. इस बीच वह फोन पर बात करता रहा. इसी बीच फोन पर बात करते हुए पीछा कर रहे युवकों को ट्रेन की आवाज से महसूस हुआ कि शिवदयाल रेलवे स्टेशन पर है और कहीं जा रहा है तो उसे ढूंढने युवक नागपुर भोपाल की ओर निकले लेकिन वह नहीं मिला.

मालगाड़ी के सामने कूदा  (Betul Train Accident)

बताया जा रहा है कि शिवदयाल का पीछा करते हुए युवकों ने उसे देर शाम खोज लिया था. वे उसके पास पहुंचते इससे पहले ही वह ट्रेक से गुजर रही एक मालगाड़ी के सामने कूद गया. जिससे उसका एक पैर कट गया और सिर में गंभीर चोट लग गई. मौके पर पहुंचे युवक जब उसके पास पहुंचे तो उसकी सांसे चल रही थी. जिसे जिला अस्पताल लाया गया. लेकिन डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. युवकों ने आज (शनिवार) सुबह मौके से उसका कटा पैर उठाया.

 बेहद जिद्दी स्वभाव का था युवक

युवक बेहद जिद्दी स्वभाव का था. वह भोपाल में प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था. लेकिन तीन साल पहले काम छोड़कर गांव आकर खेती का काम देख रहा था. उसकी चार साल पहले रावण वाड़ी में शादी हुई थी. अभी उसके बच्चे नहीं थे. शिवदयाल अपनी मां का इकलौता बेटा था. जबकि उसके दो अन्य भाई दूसरी मां की संतान हैं. लेकिन भाइयों में बेहद प्यार था. कल (शुक्रवार को) जब वह गुस्से से निकला तो दोस्तों को फोन कर मां का ख्याल रखने को कहा था. शव परिजनों को सौंपा जाएगा.