Betul Samachar: युवक को हिमाकत करना पड़ा मंहगा, जहरीले सांप के डंसने से हालत गंभीर

Betul Samachar: युवक को हिमाकत करना पड़ा मंहगा, जहरीले सांप के डंसने से हालत गंभीर

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Betul Samachar: ग्रामीण कहावत है कि बिच्छू का मंत्र याद न हो तो सांप के बिल में हाथ नहीं डालना चाहिए। लेकिन बैतूल के आठनेर में एक युवक ने कुछ ऐसा ही कर डाला। सड़क पर रेंग रहे एक जहरीली रसल वाइपर सांप के रेस्क्यू के दौरान यह युवक बीच में घुस पड़ा और उसने गुस्से में फुंसकार रहे सांप को पकड़ लिया। इसी दौरान वाइपर ने उसे हाथ में डंस लिया। इससे युवक की हालत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है।

घटना आठनेर की है। यहां बस स्टैंड के पास एक रसल वाइपर सांप दिखाई देने पर वहां मौजूद युवक आशीष, कपिल और सुशील ने उसे रेस्क्यू कर सड़क से दूर करने का प्रयास शुरू किया। ये युवक सांप को लकड़ी के सहारे एक बोरी में बंद करने का प्रयास कर रहे थे। इसी बीच सड़क से गुजर रहा खापा गांव निवासी राजमिस्त्री दिनेश विश्वकर्मा सांप को पकड़ने बीच में कूद पड़ा। उसने युवकों को कहा कि वह इसे पकड़ लेगा। युवकों के मना करने के बावजूद दिनेश ने हिमाकत करते हुए वाइपर को पकड़ लिया।

Betul Samachar: युवक को हिमाकत करना पड़ा मंहगा, जहरीले सांप के डंसने से हालत गंभीर

उसके पकड़ते ही गुस्से से भरे वाइपर ने दिनेश की उंगलियों में डंस लिया। थोड़ी देर तो दिनेश को महसूस नहीं हुआ लेकिन करीब दस से 15 मिनट बाद ही उस पर जहर का असर होना शुरू हो गया। उसे चक्कर उल्टी की शिकायत होने पर युवकों ने दिनेश को आठनेर CHC में भर्ती करवाकर उसके परिजनों को सूचना दी। जहां उसकी हालत गंभीर होने के चलते उसे आज जिला अस्पताल भेजा गया। जहां उसकी हालत में सुधार है।

दिनेश ने बताया, वह सांप पकड़ना बिल्कुल नहीं जानता। लेकिन कल अचानक गांव जाते समय पता नहीं कि उसे क्या सूझा कि उसने यह हिमाकत कर ली। उस समय उसने थोड़ी सी शराब भी पी हुई थी। उसके भाई रितेश के मुताबिक अगर दिनेश को समय पर अस्पताल नहीं लाया जाता तो उसकी जान भी जा सकती थी।

बेहद जहरीला होता है वाइपर

सर्प मित्र विशाल विश्वकर्मा ने बताया कि रसल वाइपर सर्प भारत में किंग कोबरा के बाद दूसरे नंबर का सबसे जहरीले सर्प के रूप में पहचाना जाता। इसमें हीमो टॉक्सिन जहर पाया जाता है। इसके डंसने से इंसान की दस मिनट में जान जा सकती है। इसके काटने से व्यक्ति का खून थक्का बनने लगता है। रक्त जैली जैसा हो जाता है। ब्रेन काम करना बंद कर देता है।

विशाल के मुताबिक इस मामले में यह भी हो सकता है कि वाइपर ने पूरा जहर न छोड़ा हो। जिसकी वजह से दिनेश की जान बच गई। उन्होंने कहा कि बगैर तकनीक जाने, विशेषज्ञता के अभाव में सांप पकड़ने जैसा जोखिम भरा काम किसी को भी नहीं करना चाहिए।