Betul Samachar: राज्य स्तरीय शिक्षाविद गिजुभाई शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षक हुए सम्मानित

Betul Samachar: राज्य स्तरीय शिक्षाविद गिजुभाई शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षक हुए सम्मानित

Betul Samachar:(बैतूल)। शिक्षक संदर्भ समूह के तत्वावधान में बाल देवो भव: के आराधक शिक्षाविद गिजुभाई बधेका की परिकल्पनाओ पर आधारित मेरा विद्यालय मेरी पहचान के अंतर्गत विद्यालय को आनंद घर में रूपांतरित करने के लिए प्रयासरत नवाचारित राष्ट्र निर्माता शिक्षकों हेतु शिक्षाविद गिजूभाई शिक्षक सम्मान समारोह 2023 का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कन्या गंज में आयोजित किया गया।

शिक्षक संदर्भ समूह की समन्वयक अभिलाषा बाथरी ने बताया कि समूह ने गरिमामय कार्यक्रम एनसीईआरटी नई दिल्ली के विभाग अध्यक्ष प्रो.एसके चौहान एवं मप्र शिक्षक संदर्भ समूह के समन्वयक डॉ.दामोदर जैन, सेवानिवृत्त डाइट प्राचार्य केके डेनियल, प्राचार्य कमलेश अडलक, बीआरसीसी मुलताई आशीष शर्मा बीआरसीसी बैतूल शिव कुमार मोहबे,  शिक्षक संदर्भ समूह रीवा के समन्वयक शिवानंद तिवारी के आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन गणेशवंदना, सरस्वती वंदना, समूह का संकल्प गीत से किया गया। मंच का संचालन बृजेश गढ़वाल, ईश्वरमानकर ने किया।

समूह के सहसमन्वयक रितेश पठारे ने बताया कि सम्मान हेतु शिक्षकों का चयन आधार शिक्षकों के स्वयं एवं जन सहयोग से विद्यालय को आनंद घर बनाने हेतु  प्रयास करने मे आने वाली चुनौतियों व उपलब्धियों की शैक्षिक आनंद यात्रा  स्वयं आकलन कर समूह के सक्रिय सदस्य में  व्हाईआर पांसे, रमेश पवार, प्रघुध्न सरसोदे, गंगाराम घुडाले, प्रभावती पवार, संतोष जोठे ने किया मंच व्यवस्था प्रीति फाटे, प्रभावती पवार, संगीता अडलक, शामिनी देव, संध्या तयवाड़े, वासंती देशपांडे ने की इसी तरह समस्त जिले के समन्वयक ने चयन किया। 141 शिक्षकों हो शिक्षाविद गिजुभाई शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया।

एनसीईआरटी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर चौहान ने बताया कि की नई शिक्षा नीति में बहुत व्यवहारिक प्रावधान किए गए हैं जिनका क्रियान्वयन शिक्षकों के द्वारा किया जाना है। शिक्षक संदर्भ समूह विद्यालय को आनंद घर बनाकर नीति के अनुरूप काम कर रहा है। सभी शिक्षकों को अपने विद्यालय को आनंद घर में परिवर्तित करना चाहिए और बच्चों को खुशियों का विद्यालय बनाएंगे। वंचित समूह के लिए प्रावधान किए गए हैं। जिन्हें समझने के लिए नीति को पढऩा और समझना चाहिए। उन्होने ट्रांसजेंडर बच्चों की शिक्षा, वंचित समूह के बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोडऩे एवं मातृ भाषा शिक्षण पर प्रकाश डाला।

डॉॅ.दामोदर जैन ने कहा कि समूह ने विगत वर्षों से विद्यालय को आनंद घर बनाने का काम किया है उसी काम को करते हुए हम गिजूभाई सम्मान तक आए हैं। जो शिक्षक सम्मानित हो रहे हैं वह शिक्षक विद्यालय को आनंद घर बनाकर बच्चों को खुशियां देंगे और यह काम हम निरंतर जारी रखेंगे। सुजालपुर के शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा था कि शिक्षकों को स्वैच्छिक एवं निर्भीक होकर कार्य करना चाहिए। संतोष जोठे ने सांसद डीडी उईके के शुभकामना संदेश का वाचन किया जिसमें शिक्षकों ने कहा कि सांसद के सानिध्य में हम बहुत बड़ा सम्मान  समारोह आयोजित करेंगे। आभार अभिलाषा बाथरी ने व्यक्त किया।