Betul Samachar: लोकसभा में गूंजा विश्व सहायता दिवस मनाने का मुद्दा, सांसद डीडी उइके ने बेबाकी से रखी अपनी बात

Betul Samachar: लोकसभा में गूंजा विश्व सहायता दिवस मनाने का मुद्दा, सांसद डीडी उइके ने बेबाकी से रखी अपनी बातबैतूल। सांसद डीडी उइके ने लोकसभा में विश्व सहायता दिवस मनाने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। लोकसभा स्पीकर के समक्ष उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर जब भी संकट और विपदा की घड़ी आई, हमारे देश ने हमेशा विश्व जगत को सहायता उपलब्ध कराने का भरसक प्रयास किया।

भारत ने कोविड-19 हो, यूक्रेन युद्ध हो अथवा वैश्विक स्तर की किसी भी प्रकार की समस्या हो सदैव सभी देशों की सहायता की है। अच्छे पड़ोसी होने के नाते जो सहायता दी जानी चाहिए वह हमेशा दी। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति वसुधैव कुटुंब की है, यही हमें सहायता का पाठ पढ़ाती है।
उन्होंने कहा कि जैसे मदर्स डे, फादर्स डे, योग दिवस, पर्यावरण दिवस मनाए जाते हैं वैसे ही भारत राष्ट्र के सहायता के भाव को देखते हुए पूरे विश्व में विश्व सहायता दिवस मनाया जाए।

Also Read: Betul Samachar: मुख्य मार्ग से अतिक्रमण हटाने वार्डवासियों ने सौंपा ज्ञापन

पाढर के रविन्द्र ने की थी पहल

विश्व सहायता दिवस मनाए जाने की परिकल्पना पाढर निवासी किसान परिवार के रविंद्र राठौर ने की है। युवक के इस नवाचार को दिल्ली से कॉपीराइट भी मिल चुका है। विश्व सहायता दिवस कॉपीराइट वर्तमान में बर्न कन्वेंशन 1886 के अनुसार विश्व के 181 देशों में विधिमान्य माना जा रहा है।

इस नवाचार को उन्होंने सांसद के साथ साझा किया था। सांसद ने भी इसको गंभीरता से लेते हुए संसद में रखा है। गौरतलब है कि अब तक के इतिहास में विश्व सहायता दिवस (हेल्प डे) मनाए जाने का नवाचार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी ने नहीं सोचा। बैतूल जिले के लिए यह गौरव का विषय है कि यहां के एक युवा लेखक ने इस नवाचार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने के लिए पहल की है।

Also Read: Betul Samachar: छात्रावास अधीक्षिका की संपत्ति की सीबीआई जांच की जाए

अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व में सहायता दिवस मनाए जाने की घोषणा की जाती है तो दुनिया भर में जरूरतमंद, लाचारों को हर तरह से सहायता मिलेगी। लाखों मजबूर लोगों के चेहरे पर यह दिन मुस्कान लाने का काम करेगा।

रविंद्र ने बताया हम सभी देशवासियों के लिए अत्यंत गौरव का विषय है कि यह मुद्दा ऐसे समय में विश्व स्तर पर उठाया जा रहा है जब हमारा देश जी-20 समूह देशों की अध्यक्षता कर रहा है।

ऐसे में हमारे लिए यह स्वर्णिम अवसर है कि इस विषय को बहुत ही आसानी से विश्व के प्रमुख देशों के समक्ष रख सकते हैं।सभी देशवासी मिलकर प्रयास करें तो अवश्य ही विश्व सहायता दिवस को हम संयुक्त राष्ट्र संघ से स्वीकृत करा सकते हैं।

Also Read: Betul Samachar: आश्रित परिजनों को बिना शर्त अनुकम्पा नियुक्ति मिले, समग्र शिक्षक संघ ने संभाग आयुक्त को सौंपा ज्ञापन