Betul News Today: सारणी के उन्नत स्थानों पर संचालित हो रही 2 शराब दुकान, मुख्यमंत्री की घोषणा का ठेकेदारों पर कोई असर नहीं

Betul News Today: सारणी के उन्नत स्थानों पर संचालित हो रहे 2 शराब दुकान, मुख्यमंत्री की घोषणा का ठेकेदारों पर कोई असर नहींBetul News Today: (सारनी)। विद्युत नगरी सारणी में संचालित होने वाली शराब दुकान शुरू से ही विवादों में घिरी रही है। विवाद इसलिए था क्योंकि पहले जहां शराब दुकान संचालित की जाती थी वहां पर बच्चे कोचिंग क्लास आया करते हैं और तो और प्राइवेट क्लीनिक स्थित है तथा बीच शॉपिंग सेंटर में होने के चलते लोगों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए कई बार शिकवा शिकायत हुई और विवाद के चलते शॉपिंग सेंटर में संचालित होने वाली शराब दुकान को बंद करना पड़ा।

इसके बाद शॉपिंग सेंटर से दुकान आनन-फानन में ट्रांसफर कर वार्ड क्रमांक 1 पाथाखेड़ा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बगल में संचालित करना प्रारंभ कर दिया गया। अब यहां भी सबसे बड़ा विवाद का कारण सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बाजू में शराब दुकान संचालित होना सर दर्द बन गया। क्योंकि बैंक में आए दिन उपभोक्ताओं का ताता लगा रहता है जिसमें महिला पुरुष सामाजिक राजनीतिक और हर वर्ग के लोगों का आना जाना लगा रहता है। ऐसे में बैंक के बगल में शराब की दुकान संचालित होना लोगों के लिए सरदर्द बना हुआ है। जिसे कई बार हटाने के लिए शिकायत की गई मगर आज तक मामला ठंडे बस्ते में ही रहा।

अब स्थिति यह है कि अच्छे घर के लोग सेंट्रल बैंक जाने के नाम से भी कतराते हैं। वहीं कुछ लोगों ने तो सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में अपने अकाउंट तक क्लोज करवा लिए हैं ताकि उन्हें शराब की दुकान के बाजू में जानने वाले बैंक की झंझट से राहत मिल सके। वही सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से पोश एरिया वार्ड क्रमांक 1 प्रारंभ हो जाता है। जहां से वार्ड की महिलाओं का आना-जाना शुरु रहता है। शराब दुकान को यहां से अन्यत्र ट्रांसफर करने के लिए वार्ड के पूर्व पार्षद नेहरू बेले और वार्ड की जनता ने मोर्चा खोला था मगर इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। और थक हार कर वार्ड की जनता को आंदोलन बंद करना पड़ा।

वही शराब दुकान हटाने को लेकर आम आदमी पार्टी एवं आम आदमी पार्टी महिला विंग द्वारा लोगों के घर घर जाकर जागरूक किया एवं हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया किंतु इस के बावजूद भी किसी का जोर नहीं चला। मध्य प्रदेश शराब नीति 2023 से 2024 तक के नियम को ताक पर रखकर और मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा की अवहेलना करते हुए पैसों और पावर के दमखम पर शराब ठेकेदार द्वारा सारणी के दो उन्नत जगह पर धड़ल्ले से शराब दुकान चलाई जा रही है।मगर अब वार्ड क्रमांक 1 में पानी जनता के सर से ऊपर हो चुका है अब तो उन्हें बैंक जाने में खांसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शराब दुकान को सेंट्रल बैंक के बाजू से हटाने एक बार फिर माहौल गरमाने लगा है और एक बार फिर से लोग शराब दुकान के खिलाफ आंदोलन करने का मन बना रहे हैं।