बैतूल। विश्व हिंदू परिषद मध्य भारत प्रांत जिला सामाजिक समरसता कार्य विभाग के बैनर तले समरसता दिवस के सप्ताहिक दिवस के निमित्त आज रविवार भैसदेही प्रखंड के झल्लार ग्राम में समरसता खिचड़ी एवं सुंदरकांड का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता विहिप सामाजिक समरसता जिला संयोजक मधु देव्हारे ने सामाजिक समरसता पर प्रकाश डाला और बताया कि विहिप की स्थापना देश से जातिगत भेदभाव ऊंच-नीच छुआछूत मिटाकर समरस राष्ट्र बनाने जैसे महान उद्देश को लेकर की गई थी। विहिप सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सतत सामाजिक समरसता को बढ़ावा दे रहा है और देता रहेगा।
उन्होने कहा कि मुगलशासक काल से लेकर अंग्रेजों के शासनकाल से जातिगत भेदभाव बढ़ाकर देश की अखंडता को छिन्न-भिन्न करने का प्रयास किया गया। अब इसे समाप्त करने का समय आ गया है। अपने बौद्धिक में समाज में एकता की अपील की है समाज में सभी के लिए मंदिर, पानी और श्मशान एक ही होना चाहिए। और बताया कि जाति के आधार पर विभेद करना अधर्म है यह धर्म के मूल से परे है जातिगत भेदभाव को नष्ट करने के लिए।
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समाज में हम सब लोग, समाज के सुबुद्ध नागरिक करेंगे तभी विषमताओं का निर्मूलन होगा। अंत में बताया हिंदू हम सब एक है ऐसे ही एकता और अखंडता सतत बनाए रखना पड़ेगा। विहिप सामाजिक समरसता सदस्य अमन देशमुख ने कार्यक्रम का संचालन किया और रोहित साहू ने आभार व्यक्त किया। तत्पश्चात समरसता खिचड़ी प्रसादी वितरण की गई। इसमें मुख्य रूप से उपस्थित प्रवीण गोरले ,यश साहू एवं अन्य सभी समाज के सम्मानीय बंधु लोग उपस्थित थे ।
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