Betul News: डमरु की थाप, शहनाई की आवाज के साथ विश्वेश्वर महादेव ओमकारेश्वर को लगाया टीका, आज सोमवार को सुबह 10 बजे होगी खनमिट्टी की रस्म 

Betul News: डमरु की थाप, शहनाई की आवाज के साथ विश्वेश्वर महादेव ओमकारेश्वर को लगाया टीका, आज सोमवार को सुबह 10 बजे होगी खनमिट्टी की रस्म 

Betul News: (बैतूल)। थाना चौक कोठी बाजार स्थित शिवालय में रविवार को विश्वेश्वर महादेव ओमकारेश्वर का टीका समारोह बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। डमरु की थाप और शहनाई की आवाज के साथ शिवालय गुंजायमान हो गया, वधू पक्ष द्वारा बाबा की रजत मई प्रतिमा पर तिलक लगाकर उन्हें माता पार्वती से शादी करने व बारात लेकर आने के लिए आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर महाकाल के भक्त जश्न में डूबे रहे। परंपरा के अनुसार वधू पक्ष की ओर से आए तिलकहरूओं ने वस्त्र, आभूषण, मिष्ठान और फल-फूल बाबा के चरणों में समर्पित किया और महाशिवरात्रि को प्रस्तावित विवाह समारोह के लिए आमंत्रित किया।

सैकड़ों श्रद्धालु इस पुण्य उत्सव के साक्षी बने। इस अवसर पर संपूर्ण मंदिर प्रांगण हर-हर महादेव के उद्घोष और मांगलिक गीतों से गूंजता रहा।दोपहर 1 बजे से आयोजित भजन में कलाकारों ने बाबा का गुणगान कर श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। बाबा के तिलक की इस बेला पर एक उत्सव का माहौल बना रहा। गीत संगीत के साथ शिवालय हर-हर महादेव के जयकारे से गुंजायमान रहा। शिव विवाह और बारात की इस परंपरा को श्री शंभू भोले उत्सव सेवा समिति थाना महाकाल चौक कोठी बाजार द्वारा विगत 4 वर्षों से पूरे रीति रिवाज के साथ निभाई जा रही है। शहरवासी इस परंपरा में शामिल होकर अपने आप को धन्य मान रहे हैं।

आज 13 फरवरी को केदारनाथ की खनमिट्टी

श्री शंभू भोले उत्सव सेवा समिति द्वारा प्रतिवर्ष शिव बरात बड़े ही धूमधाम से निकाली जाती है। समिति द्वारा इस वर्ष यह आयोजन कुछ खास अंदाज में किया जा रहा है। शिवरात्रि की रात भगवान शिव की शादी ठीक उसी तरीके से होगी जैसा की रीति रिवाज से शादियां होती हैं। विवाह के इसी रीति रिवाज के अंतर्गत आज थाना महाकाल चौक स्थित कोठी बाजार स्थित शिवालय में सुबह 10 बजे खनमिट्टी लाने का कार्यक्रम होगा। आज के खनमिट्टी आयोजन में बाबा केदारनाथ स्वरूप की पूजा अर्चना की जाएगी, उनके नाम पर ही खनमिट्टी की रस्म होगी। विश्वेश्वर महादेव के भक्त विवाह की तैयारियों में झूम रहे है। शादी की तैयारी कुछ ऐसी है कि चारों तरफ उत्साह का माहौल है।