ना ट्रेनिंग-ना डिग्री, घर को बना दिया अस्पताल! झोलाछाप डॉक्टर लगा रहे इंजेक्शन और बॉटल

मनीष राठौर, भीमपुर

भीमपुर ब्लॉक में झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से ग्रामीण का इलाज कर रहे है। उन्हें इंजेक्शन और बॉटल तक लगा रहे है। मरीजों की जान से खिलवाड हीन के बाद भी स्वास्थ विभाग इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा है। भीमपुर ब्लॉक के सैकड़ों गांव में झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक चलाकर इलाज कर रहे है।

बैतूल जिले में सबसे पिछड़े आदिवासी बाहुल्य भीमपुर ब्लॉक में स्वास्थ्य सेवाएं अप्रशिक्षित डॉक्टरों के भरोसे चल रही है, क्योंकि यहां सरकारी स्वास्थ्य केंद्र या तो बंद पड़े हैं या फिर उनमें चिकित्सकों एवं दवाओं का अभाव है। ऐसे में अप्रशिक्षित डॉक्टर मरीज की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। यही कारण है कि सालों से इस क्षेत्र में बिना डिग्री और बिना लाइसेंस धारी अप्रशिक्षित डॉक्टर क्लीनिक संचालित कर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। अप्रशिक्षित डॉक्टर मरीज को इंजेक्शन लगाने से लेकर बोतल चढ़ाने और एलोपैथिक दवाई देने का काम भी कर रहे हैं। देखा जाए तो अप्रशिक्षित डॉक्टर ना सिर्फ मरीजों की जान को जोखिम में डालते हैं, बल्कि गैर कानूनी तरीके से प्रैक्टिस भी कर रहे हैं।

मीडिया ने भीमपुर ब्लॉक के दो दर्जन से अधिक गांव में जब जांच पड़ताल की तो अप्रशिक्षित डॉक्टर अपने घरों में क्लीनिक संचालित करते हुए नजर आए। मरीजों का बकायदा इलाज कर रहे थे, वहीं ग्रामीण को बॉटल भी लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि भीमपुर स्वास्थ्य विभाग इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं।

बीएमओ बृजेश यादव का कहना है कि अभी मैं व्यस्त हूं, अगले हफ्ते कुछ कर पाऊंगा। कार्रवाई तो करना है परंतु समय का अभाव है।

गुरुवा पिपरिया में रहने वाले अप्रशिक्षित डॉक्टर (शामा जैन) (पवित्र बाला) लोचा अखंडे के घर अपना कार्य करते हैं ये हरदा जिले के मोरगडी में निवास करते हैं। कई दिनों से गुरूवा व पिपरिया में अपना क्लीनिक संचालित कर रहे हैं। धड़ल्ले से ग्रामीणों का इलाज कर रहे हैं। ना इनके पास कोई डिग्री है, ना कोई परमिशन और ये ग्रामीणों को बाटल, इंजेक्शन लगा रहे है।

मरीजों किया भर्ती, कर रहे इलाज

भीमपुर ब्लॉक के अधिकतर गांव में अप्रशिक्षित डॉक्टरों का दवाखाना खुलेआम चल रहा है। खास बात तो यह है कि आठवीं और दसवीं पास अप्रशिक्षित डॉक्टर बेखौफ मरीजों का इंजेक्शन देते नजर आ रहे हैं, साथ ही ग्लूकोस की बाटल भी। इसके पूर्व में ग्राम चौहटा में अप्रशिक्षित डॉक्टर चेतन मंडल ने अपने घर की क्लीनिक खोल रखा है। उनके पूरे घर में तमाम प्रकार की दवाई बड़ी पेटी में बंद करके रखी हुई थी, दवाइयों से भरा हुआ पूरा घर को क्लीनिक बनाया है। लगभग दर्जनों गांव में झोलाछाप डॉक्टरों ने अपना जाल बिछा के रखा है। गांव गांव जाकर इलाज किया जा रहा है इसके बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पवित्र बाला ने बताया कि हम लोग प्रैक्टिस कर रहे हैं, प्रैक्टिस के बहाने हम लोगों का इलाज करते हैं। मैं ही नहीं बहुत से डॉक्टर इस इलाके में इलाज करते हैं, उन्हें भी देख लीजिए। क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर घर-घर जाकर इलाज करते हैं।

ग्राम जिरूढाना सांगवानी गुरुवा पिपरिया आप प्रशिक्षित डॉक्टर इलाज करते है। ये  विगत 20 से 25 साल से गांव में मरीजों का इलाज कर रहे हैं। अनेक प्रकार के डॉक्टर आते हैं।