Betul Ka Samachar : अनुभूति कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने सीखा प्रकृति का पाठ

Betul Ka Samachar : अनुभूति कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने सीखा प्रकृति का पाठ

बैतूल। वन एवं वन्य प्राणियों तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रति स्कूली बच्चों में अभिरूचि पैदा करने तथा उनमें जागरूकता लाने के लिये म.प्र. ईको पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा आयोजित होने वाला अनुभूति कार्यक्रम अत्यधिक लोकप्रिय हो रहा है। इस अनूठे कार्यक्रम के माध्यम से स्कूलों के बच्चे जंगल की निराली दुनिया से जहां रूबरू हो रहे हैं, वहीं प्रकृति की पाठशाला में उसके विविध रूपों से भी परिचित हो रहे हैं। बुधवार को वन वृत्त बैतूल के परिक्षेत्र आमला अन्तर्गत सुहागपुर बीट में अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूली बच्चों ने जंगल का भ्रमण कर भरपूर लुत्फ उठाया।

डीएफओ ने विद्यार्थियों को दी रोचक जानकारी

वनमंडलाधिकारी, दक्षिण (सा.) बैतूल विजयानंतम टी.आर ने स्कूली छात्र-छात्राओं को वन विभाग, पर्यावरण से संबंधित रोचक और महत्वपूर्ण जानकारियाँ एवं वनोपज की उपयोगिता के बारे में बताया। कार्यक्रम में 120 छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के दौरान चित्रकला, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता खेलों का आयोजन किया गया। विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरित किए गए सभी बच्चों को टोपी और पुस्तकों का वितरण किया। कार्यक्रम के दौरान परिक्षेत्र अधिकारी आमला आर. एस. उईके एवं अन्य पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे। अंत में वनमण्डलाधिकारी द्वारा स्कूली बच्चों के साथ भोजन किया गया, भोजन में विशेष रूप से वनोपज महुआ लड्डू दोना पत्तल में दिया गया।

विद्यार्थियों को वनों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए किया प्रेरित

डीएफओ विजयानंतम टी.आर ने बताया कि वनों वन्य प्राणियों और पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से अनुभूति कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को वनों की सैर और प्रतियोगिता के माध्यम से जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है जिससे वन और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण के संरक्षण में सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। कार्यक्रम में जंगल का भम्रण कराते हुए विद्यार्थियों को जंगलों की जैवविविधता से परिचित कराने के साथ उनके संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी का एहसास कराया गया। जंगल में विद्यार्थियों को पेड़-पौधों की विभिन्न प्रजातियों एवं उनसे जुड़े तथ्यों फायदों एवं औषधीय उपयोग के बारे में जानकरी दी गई। बच्चों को खेल के माध्यम से प्रकृति संरक्षण तथा जंगलों के महत्व को समझाया और वनों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रेरित किया।