AI Female Teacher: क्‍लास में अचानक आ गया एआई रोबोट टीचर, बच्‍चों को ऐसे पढ़ाया, देखें वीडियो

AI Female Teacher: क्‍लास में अचानक आ गई एआई रोबोट टीचर, बच्‍चों को ऐसे पढ़ाया, देखें वीडियो

AI Female Teacher: क्‍लास में अचानक आ गई एआई रोबोट टीचर, बच्‍चों को ऐसे पढ़ाया, देखें वीडियो, आज टेक्नोलॉजी न जाने कहां से कहां पहुंच गई है. कई क्षेत्रों में लोगों की एआई पर निर्भरता बढ़ती जा रही है. स्कूल-कॉलेजों में भी एआई विषयों की पढ़ाई पर फोकस किया जा रहा है. अब भारत की एक स्कूल में एआई टीचर को देखा गया है. केरल के एक स्कूल में भारत की पहली एआई टीचर को पेश किया गया है, जिसका नाम IRIS है.

पिछले महीने केरल में पढ़ाने के लिए ह्यूमनॉइड रोबोट का इस्तेमाल किया गया, जिसे अब छात्रों के द्वारा पसंद किया जा रहा है. केरल के एक स्कूल में एआई रोबोट टीचर आइरिस की नियुक्ति की गई है. देश-विदेश में इसकी चर्चा की जा रही है. इस जेनेरेटिव एआई स्कूल टीचर को पिछले महीने ही स्कूल में शामिल किया गया था और यह छात्रों के बीच तुरंत लोकप्रिय हो गई.

AI Female Teacher: क्‍लास में अचानक आ गई एआई रोबोट टीचर, बच्‍चों को ऐसे पढ़ाया, देखें वीडियो

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Credit – Social Media

AI Female Teacher: कौन हैं एआई टीचर आइरिस?

एआई टीचर आइरिस एक ह्यूमनॉइड रोबोट है (Humanoid Robot). जेनरेटिव एआई स्कूल टीचर पिछले महीने से केरल के केटीसीटी हायर सेकंडरी स्कूल में पढ़ा रही है (Generative AI School Teacher). यह स्कूल स्टूडेंट्स के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है. एआई रोबोट टीचर आइरिस भी अन्य शिक्षिकाओं की तरह साड़ी पहनकर आती है. इस रोबोट में कई खासियतें हैं. इसी वजह से पिछले कई दिनों से इसकी काफी चर्चा की जा रही है.

यहां देखें वीडियो…

 

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ये रोबोट 3 भाषाएं जानती है (AI Female Teacher)

केरल के तिरुवनंतपुरम के केटीसीटी हायर सेकेंडरी स्कूल में आम महिलाओं की तरह साड़ी पहनकर पढ़ाती है रोबोट, जिसका नाम आइरिस है. इस रोबोट को बनाने वाली कंपनी ‘मेकरलैब्स एडुटेक’ है. इसके अंदर बहुत सारी विशेषताएं हैं. ये रोबोट तीन भाषाओं में बोल सकती है और छात्रों के सवाल का जवाब दे सकती है.

बदल जाएगा पढ़ाने का तरीका

इस एआई टीचर को बनाने वाले का दावा है कि IRIS छात्रों को पढ़ने और सीखने के नए तरीके बताएगी और साथ ही उन्हें पढ़ने के लिए नए तरीके से प्रेरित करेगी. डेवलपर्स का कहना है कि इससे एक ऐसे भविष्य की शुरुआत हो रही है, जो पढ़ाई के पुराने और पारंपरिक तरीके की पूरी तरह से मदद करेगा.

इसमें लगे जनरेटिव एआई की मदद से यह डीप-लर्निंग मॉडल की तरह काम करती है, जो हाई क्वालिटी इमेज, टेक्स्ट और पढ़ाई के अन्य कंटेंट को तैयार कर सकती है. आपको बता दें कि अगस्त 2023 में केरल में भारत का पहला एआई स्कूल खुला था और अब केरल में ही भारत की पहली एआई टीचर ने पढ़ाना शुरू कर दिया है.

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