Betul Mother Earth Day: मदर अर्थ डे एवं क्लाइमेट क्लॉक का किया इंस्टॉलेशन

 Betul Mother Earth Day: मदर अर्थ डे एवं क्लाइमेट क्लॉक का किया इंस्टॉलेशन

Betul Mother Earth Day: (बैतूल)। “मदर अर्थ डे” (Betul Mother Earth Day) के उपलक्ष्य पर प्रोफेसर डॉ. चेतन सिंह सोलंकी के द्वारा भेजी गई। “क्लाइमेट क्लॉक” का बालाजी कॉलेज के छात्रों द्वारा असेंबल करके सफलतापूर्वक इंस्टॉलेशन किया गया। यह क्लाइमेट क्लॉक बढ़ते हुए तापमान के प्रतिशत को वर्ष, दिन, घंटे और मिनट” में रीडिंग बताती है। क्लाइमेट क्लॉक के अनुसार हमारे पास पृथ्वी के तापमान को कम करने के लिए केवल 6 साल 91 दिन और कुछ घंटे मात्र है। जलवायु परिवर्तन के आंकड़े कुछ इस प्रकार है। वर्ष 1970 से 1979 मे औसतन बाढ़ 313 बार आती थी, लेकिन इसका प्रतिशत बढ़कर 2010 से 2019 में 1393 हो गया है। वर्ष 1970 से 1979 में जंगल में आग लगभग 28 बार लगती थी लेकिन जो है 2010 से 2019 में यह बढ़कर 127 हो गई।

समुद्र का जल स्तर 3.4 मिलीमीटर प्रति वर्ष बढ़ रहा है। कार्बन डाइऑक्साइड एक बार उत्सर्जित होने के बाद वायुमंडल में लगभग 300 वर्षों तक रहती है जिसे हटाया नहीं जा सकता। इन सभी के कारण हमारी धरती का तापमान 1.19 डिग्री सेल्सियस बढ़ चुका है, और यह क्लाइमेट क्लॉक के अनुसार 6 साल 91 दिन और 10 घंटों में 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा। और फिर हम जलवायू परिवर्तन नही कर पायेंगे।

Betul Mother Earth Day: मदर अर्थ डे एवं क्लाइमेट क्लॉक का किया इंस्टॉलेशनप्रिन्सिपल डॉ. परेश जे. शाह ने बताया कि “क्लाइमेट क्लॉक” के अनुसार इतना ही समय बचा हुआ है, ताकी हम लोग जलवायू परिवर्तन कर सके, हमे कम से कम पेट्रोल डिजल एवं ऊर्जा स्तोत्र का उपयोग कम से कम करना चाहिए और कार्बन डाय-ऑक्साइड का उत्सर्जन कम से कम होना चाहिये ताकी हमारी पृथ्वी बची रहे और हमारे आनेवाले पिढी को अच्छे दिन मिले, यह क्लायमेट क्लॉक हमे बतायेगी कितना समय बचा है। इस बढ़ते तापमान को रोकने के लिए हमें कम से कम ऊर्जा का उपयोग करना पड़ेगा नहीं तो पृथ्वी पर भयंकर विनाश होगा जिससे मानव जीवन का स्थिति जड़ से खत्म हो जाएगा। विदित है कि कुछ समय पूर्व आईआईटी के प्रोफेसर  डॉ. चेतन सिंह सोलंकी आपकी 11 वर्षों की एनर्जी स्वराज यात्रा के अंतर्गत बालाजी कॉलेज, बैतूल आये थे और “क्लाइमेट चेंज” पर एक सेमिनार आयोजित किया गया था और सोलर बस का भी डेमो दिया गया था।

इसके अंतर्गत ही क्लाइमेट चेंज को कंट्रोल करने के उपाय बताये l “एनर्जी स्वराज” यात्रा के अंतर्गत कॉलेज के छात्रों ने “एनर्जी लिटरेट सर्टिफिकेट” भी प्राप्त किया और इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए उनके द्वारा भेजी गई “क्लाइमेट क्लॉक” का  इंस्टॉलेशन किया गया। इस अवसर पर कॉलेज के डायरेक्टर अमर ठाकुर, वीके पांडे, प्रिंसिपल डॉ. परेश जे. शाह, अकादमी डिन भावेश खासदेव, समन्वयक श्री पंकज सिसोदिया, श्री देवेंद्र देवडे अन्य फैकल्टी मेंबर एवं आर्या गुप्ता, मानसी कासलेकर, प्राची पवार, राणी देशमुख, निशांत साहू आदि छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।