Betul Ki Taza Khabar: भाजपा की छवि धूमिल करने का प्रयास – मंडल अध्यक्ष

Betul Ki Taza Khabar: भाजपा की छवि धूमिल करने का प्रयास - मंडल अध्यक्षBetul Ki Taza Khabar:(सारनी)। हाल ही में जिले में हुए 4 मंडल अध्यक्षों में फेरबदल को मुद्दा बनाकर भारतीय जनता पार्टी की साफ-सुथरी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया। इतना नहीं इस बात को मुद्दा बनाकर सारनी मंडल अध्यक्ष और मंडल के कई पदाधिकारियों को सीधे तौर पर निशाना बनाकर भ्रामक खबरों का प्रकाशन कर क्षेत्र की शांति को भंग करने का भी प्रयास किया गया। यह बात भाजपा मंडल अध्यक्ष नागेंद्र निगम ने सारनी थाना प्रभारी रत्नाकर को ज्ञापन सौंप कहीं।

शनिवार 11 मार्च को भाजपा मंडल अध्यक्ष नागेंद्र निगम, अनुसूचित जाति मोर्चा जिला अध्यक्ष किशोर महोबे मंडल उपाध्यक्ष रवि देशमुख, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष मुकेश जयसवाल के अलावा बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के माध्यम से थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर भ्रामक खबरों के प्रकाशन करने वाले और क्षेत्र की शांति भंग करने का प्रयास करने वाले पर उचित कार्रवाई की मांग की। गौरतलब रहे कि शनिवार 11 मार्च को राष्ट्रबान अखबार में जिले में हुए 4 मंडल अध्यक्षों के फेरबदल को मुद्दा बनाकर सारनी मंडल अध्यक्ष और मंडल के कई पदाधिकारीयों को सीधे तौर पर निशाना बनाकर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया।

जिससे नाराज होकर भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर ऐसी खबरों का प्रकाशन करने वाले लोगों पर दंडात्मक और उचित कार्रवाई की मांग की। भाजपा मंडल अध्यक्ष नागेंद्र निगम ने बताया कि राष्ट्रबाढ़ के संवाददाता अशोक बारंगे के माध्यम से तथ्यविहीन खबर का प्रकाशन किया गया। जिसमें मंडल के अध्यक्ष नागेंद्र निगम के फर्जी जाति प्रमाण पत्र के तथ्य हीन आरोप लगाकर खबर प्रकाशित की गई। इतना ही नहीं। बगडोना के ब्याज खोर आईपीएल सट्टा किंग मंडल अध्यक्ष की दौड़ में शामिल है।

ऐसी हेडिंग बनाकर भाजपा के साफ-सुथरी छवि वाले पदाधिकारियों पर कीचड़ उछालने का काम किया गया। यदि अखबार के संवाददाता के पास कोई ऐसा तथ्यात्मक सबूत है जिस के तौर पर उन्होंने इतनी बड़ी खबर और भाजपा के बड़े पदाधिकारियों पर कीचड़ उछाला है तो वहां सबूत तो सार्वजनिक करें। नहीं तो अपनी ओछी मानसिकता का परिचय देते हुए जिस तरह की तथ्यविहीन खबर का प्रकाशन किया है। इसके लिए भाजपा के पदाधिकारियों से माफी मांगी मांगे।